Saturday, February 12, 2011

अशेष

सारे जोड़ -घटाव,
बचपन की सीखो के,
झूठे पड़ गए है अब ,

अब
अपना जीया कोई नहीं काटता,
...अपने ही हाथो से,

इतिहास घटाना नहीं जोड़ना सिखाता है ,





सीखे थी सारी शेष की
दशमलव की...................
शेष से अशेष की.........
raajesheknath

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